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Kenopnishad says that the seeker gets power from the soul and immortality from the knowledge. What are the relationship between power and soul, knowledge and immortality. Read Satnam ep53 to know the answer.
केनोपनिषद में लिखा गया है कि साधक आत्मा द्वारा शक्ति पाता है और ज्ञान द्वारा अमृत पाता है। आत्मा व ज्ञान और शक्ति व अमृत के बीच क्या संबंध है ? यह जानने के लिए पढ़ें सतनाम 53
Read Satnam ep53 to know the mystery of the story of Uma mentioned in second chapter of the kenopnishad.
ऋग्वेद में देव: और देवा: दोनों शब्दों का प्रयोग हुआ है । पहला शब्द एकवचन में है, दूसरा शब्द बहुवचन में है। एक देव और अनेक देव, एकता और अनेकता के बीच क्या संबंध है यह जानने के लिए पढ़ें सतनाम 53
Bhagvadgeeta says that the Lord is Bharta, Anumanta and Updrishta. Ishopnishad says that the Lord is Kavi, Manishi and Paribhu. Puranas describe the Lord as the triumvirate of Brahma, Vishnu and Mahesh. What is the interrelationship between them? Read Satnam ep53 to know the answer.
भगवत गीता में परमात्मा को भर्ता, अनुमंता, और उपद्रष्टा कहा गया है। ईश उपनिषद में परमात्मा को कवि, मनीषी, परिभू कहा गया है। शक्ति संप्रदाय में परमात्मा की शक्ति को सरस्वती, लक्ष्मी व काली कहा गया है। पुराणों में ब्रह्मा विष्णु शिव कहा गया है। इन सभी शब्दों का आपस में क्या संबंध है यह जानने के लिए पढ़ें सतनाम 53
The Rigveda employs the words like devh and devah, first in the singular form and second in the plural form. What is the relationship between the singularity and the plurality. Read Satnam ep53 to know the answer.
केनोपनिषद के तीसरे खंड में वर्णित उमा के आख्यान का वास्तविक रहस्य क्या है यह जानने के लिए पढ़ें सतनाम 53.
Quite an eye opener. Marvellous.